lab में सभी chemical और उपकरण को रखने के उपाय

Stock register 1. Chemical Stock Register Sr. No. Date Chemical Name Opening Stock Purchase Qty Total Available Quantity Used Remaining Stock Remarks 2. Chemical Issue Register Sr. No. Date Chemical Name Quantity Issued Issued To Purpose Remarks 3. MSDS Record Sheet Sr. No. Chemical Name Hazard Class Handling Precautions First Aid Remarks 4. Equipment Stock … Read more

School में chemical को रखने के उपाय

1) सबसे सम्भावित कारण (सबसे ज़्यादा सम्भावना → कम) निष्कर्ष (संक्षेप): सबसे सम्भावना है कि किसी सल्फाइड/अरविंद रिएक्शन (Na₂S / FeS के कारण H₂S) ने बदबू दी हो और एच․सी․एल / H₂SO₄ / FeCl₃ / क्लोराइड्स जैसे पदार्थों के रिसाव/वाष्प ने लोहे को तेज़ी से कर्रोड कर दिया। अक्सर कई रसायनों का संयोजन (नमी + … Read more

Chop Zone / Choppiness Index

अब बात करते हैं एक बहुत ही दिलचस्प और अनोखे इंडिकेटर की – जिसका नाम है: ⚡ Chop Zone / Choppiness Index – पूरी जानकारी (हिंदी में) 🔍 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और इसका गणितीय आधार क्या है? Choppiness Index एक technical indicator है जो बताता है कि: ✅ मार्केट Trend में … Read more

Coppock Curve Indicator

📊 Coppock Curve – पूरी जानकारी (Intraday Trading के लिए) 🔍 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और इसका गणितीय आधार क्या है? Coppock Curve Indicator एक long-term momentum indicator है, जिसे मूल रूप से investors के लिए बनाया गया था ताकि वे buying opportunities पकड़ सकें। 📌 Formula: 💡 इसका मुख्य उद्देश्य है: … Read more

Chande Momentum Oscillator (CMO)

बहुत अच्छे! अब हम बात करेंगे एक तेज़ और दमदार momentum इंडिकेटर की: ⚡ Chande Momentum Oscillator (CMO) – पूरी जानकारी (Hindi में) 🔍 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और गणितीय आधार क्या है? CMO (Chande Momentum Oscillator) एक momentum oscillator है जिसे Tushar Chande ने बनाया था। यह दिखाता है कि: मार्केट … Read more

ऑप्शन बायिंग करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें?

यह सवाल बहुत सटीक और प्रैक्टिकल है, और ये दर्शाता है कि आप सच में एक समझदार ट्रैडर बनना चाहते हैं, न कि सिर्फ “किस्मत” पर ट्रेडिंग करना चाहते हैं। नीचे मैं आपके हर सवाल का क्रमवार उत्तर प्रैक्टिकल दृष्टिकोण से दे रहा हूँ, एक उदाहरण सहित: ऑप्शन बायिंग करते समय किन-किन बातों का ध्यान … Read more

52 Week High / Low Indicator

मैं हर इंडिकेटर को एक-एक करके समझाऊंगा – सभी 10 पॉइंट्स में, आसान हिंदी में। 💡 आज हम शुरू करते हैं पहले इंडिकेटर से: ✅ 1. 52 Week High / Low Indicator 1. कैसे काम करता है और गणितीय आधार: 2. इंट्राडे में कैसे उपयोगी है? 3. सेटअप (Default vs Custom) 4. BUY और SELL … Read more

Accelerator Oscillator (AC) Indicator

शानदार! अब हम शुरू करते हैं आपके द्वारा चुने गए पहले इंडिकेटर से: ✅ Accelerator Oscillator (AC) Indicator 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और गणितीय आधार क्या है? Accelerator Oscillator (AC) को Bill Williams ने बनाया है। इसका उद्देश्य यह पहचानना है कि मार्केट की गति (momentum) बढ़ रही है या घट रही … Read more

Accumulation / Distribution (A/D) Indicator

अगला इंडिकेटर हम लेंगे: ✅ Accumulation / Distribution (A/D) Indicator 📌 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और गणितीय आधार क्या है? Accumulation/Distribution (A/D) एक वॉल्यूम-बेस्ड लीडिंग इंडिकेटर है जो यह बताता है कि किसी स्टॉक में डिमांड (Accumulation) हो रही है या सेलिंग (Distribution)। गणितीय फॉर्मूला: 📌 2. इंट्राडे ट्रेडिंग में कैसे उपयोगी … Read more

Accumulative Swing Index (ASI) Indicator

अब हम अगले इंडिकेटर की गहराई से समझ करेंगे: ✅ Accumulative Swing Index (ASI) Indicator 📌 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और गणितीय आधार क्या है? Accumulative Swing Index (ASI) को Welles Wilder ने बनाया था। इसका उद्देश्य यह समझना है कि मार्केट का असली ट्रेंड क्या है, खासकर जब प्राइस में बार-बार … Read more