अब हम समझते हैं अगला महत्वपूर्ण इंडिकेटर:
✅ Advance/Decline Indicator (A/D Ratio या A/D Line)
📌 1. यह इंडिकेटर कैसे काम करता है और इसका गणितीय आधार क्या है?
Advance/Decline Indicator यह बताता है कि किसी दिन में कितने स्टॉक्स बढ़े (Advancing) और कितने गिरे (Declining)।
यह इंडेक्स के पीछे की ब्रीड्थ (breadth) यानी चौड़ाई दिखाता है — क्या सिर्फ कुछ स्टॉक्स बढ़ रहे हैं या पूरे मार्केट में मजबूती है?
दो मुख्य फॉर्म:
🔸 Advance/Decline Ratio = Advancing Stocks / Declining Stocks
🔸 Advance/Decline Line = पिछले A/D value + (Advancing – Declining)
📌 2. इंट्राडे ट्रेडिंग में कैसे उपयोग करें? कौन सा टाइमफ्रेम बेहतर है?
- यह इंडिकेटर खासतौर पर index-based ट्रेडिंग के लिए useful है (जैसे Nifty, BankNifty)
- यह बताता है कि इंडेक्स का मूवमेंट real है या सिर्फ कुछ heavy stocks की वजह से हो रहा है
📊 Best Timeframes:
- 15-minute
- 30-minute
- EOD भी उपयोग होता है पर इंट्राडे के लिए ऊपर के टाइमफ्रेम बेहतर हैं
📌 3. सेटअप – Default vs Custom
- Advance/Decline डाटा आमतौर पर NSE या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से आता है
- कोई खास technical input नहीं देना पड़ता
- यह एक line chart या ratio format में दिखता है
📌 4. कब BUY और SELL Entry लेनी चाहिए?
✅ BUY ENTRY:
- जब A/D Line ऊपर जा रही हो और साथ ही प्राइस भी ऊपर जाए
- यानी पूरा मार्केट एक साथ भाग रहा है → Strong Bullish Confirmation
❌ SELL ENTRY:
- जब A/D Line नीचे जा रही हो और price भी गिर रहा हो
- या A/D Line गिर रही हो पर price ऊपर – ये divergence दिखाता है कि index कमजोर है
📌 5. संकेत कब गलत हो सकते हैं?
- Low volume days (holiday impact) पर डेटा मिसलीड कर सकता है
- सिर्फ Index-heavy stocks के मूव पर base करके A/D weak लग सकता है
- Small caps ज्यादा active हों तो A/D strong दिख सकता है, पर Index नहीं चलेगा
📌 6. स्टॉप लॉस और टारगेट कैसे तय करें?
👉 A/D इंडिकेटर directional signal देता है, इसलिए:
- SL और Target आपको अपने प्राइस एक्शन या इंडेक्स चार्ट के हिसाब से तय करना होता है
- Entry confirmation में A/D helpful है, SL/Target में नहीं
उदाहरण: अगर Nifty 100 पॉइंट ऊपर जा रहा है, और A/D Line भी तेज़ी से बढ़ रही है → आप Buy लें सकते हैं
SL = nearest candle low या swing low
Target = next resistance / 1:2 RR
📌 7. किन इंडिकेटर्स के साथ मिलाएं?
- ✅ VWAP: VWAP के ऊपर ट्रेडिंग + A/D पॉजिटिव = High conviction
- ✅ RSI: RSI 50+ हो और A/D बढ़े → Strong bull setup
- ✅ MACD: crossover तभी valid माने जब A/D line supportive हो
- ✅ Price Action: Chart pattern के साथ A/D confirmation लें
📌 8. रियल लाइफ उदाहरण
📅 Date: 10 June 2025
📈 Index: NIFTY 50, Timeframe: 15-minute
- Nifty 22 points ऊपर
- लेकिन A/D Ratio: 18 advancing, 32 declining
- इसका मतलब: Index भले ऊपर जा रहा है, पर ज़्यादातर स्टॉक्स गिर रहे हैं
- ❌ Avoid long trades (fake move होने की संभावना)
दूसरा केस:
- Nifty 50 points ऊपर
- A/D: 43 advancing, 7 declining
- ✅ Strong buying in broad market → Index move sustainable
📌 9. किन स्टॉक्स/सेक्टर्स में अच्छा काम करता है?
- ये स्टॉक-लेवल नहीं, बल्कि Index-level indicator है
- सबसे अच्छा काम करता है:
- Nifty 50
- Bank Nifty
- Nifty Midcap 100
- Sectoral indices जैसे Nifty Auto, IT, Pharma etc.
📌 10. प्रो ट्रेडर्स की टिप्स
✔ A/D को हमेशा intraday market mood जानने के लिए चेक करें
✔ अगर Index ऊपर है लेकिन A/D flat या negative है, तो वह मूव पर भरोसा नहीं करते
✔ Gap-up opening पर भी वो A/D डेटा देखकर confirm करते हैं
✔ इसे वे Bias Filter की तरह यूज़ करते हैं:
- A/D strong → long trades
- A/D weak → short या no trade
🔚 निष्कर्ष:
Advance/Decline Indicator एक sentiment detector है जो बताता है कि मार्केट की चाल केवल कुछ स्टॉक्स की वजह से है या पूरा मार्केट साथ चल रहा है।
इंट्राडे में यह एक high conviction confirmation tool है, खासकर जब आप Index या Futures में ट्रेड करते हैं।
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