सूंघने की क्षमता और मस्तिष्क के बीच गहरा संबंध होता है इसलिए यदि क्या आपको स्मेल ( गंध ) नही आ रही है तो हो जाइए सावधान । इसके विज्ञान को जानने के लिए पूरा पोस्ट पढ़िये-
सूंघने की क्षमता और मस्तिष्क के बीच संबंध
क्या आपके पसंदीदा खाने की खुशबू खो रही है, या किचन में रखा हुआ खाना खराब हो रहा है लेकिन आपको इसकी गंध नहीं आ रही ? तो सावधान रहें।
हाल के अध्ययनों में यह पता चला है कि हमारी सूंघने की क्षमता का संबंध सिर्फ नाक से ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क की क्षमताओं से भी है। यह अवसाद, डिमेंशिया और पार्किंसन जैसे रोगों का प्रारंभिक संकेत भी हो सकता है ।
जैसे नजर और सुनने की क्षमता उम्र के साथ कम होती है, वैसे ही सूंघने की क्षमता भी कम होने लगती है। यह चौंकाने वाली बात है कि जैसे-जैसे हमारी सूंघने की क्षमता कम होती जाती है, इसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैन डिएगो में न्यूरोसाइंस की सहायक प्रोफेसर सारा बैंक्स के अनुसार, अल्जाइमर से प्रभावित कई लोगों में सूंघने से संबंधित समस्याएं इसके शुरुआती संकेत के रूप में आमने आई हैं।
जर्मनी की ड्रेस्डेन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में ऑलफैक्टरी साइंसेज के प्रोफेसर थॉमस हम्मेल के अनुसार, आम घरेलू वस्तुओं से सूंघने की क्षमता का मूल्यांकन किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बाजार में उपलब्ध स्व-परीक्षण किट से भी इसे जांचा जा सकता है।
सुनने की छमता का अच्छा होना क्यो जरूरी है
विशेषज्ञों के अनुसार मस्तिष्क के जो हिस्से गंध से जुड़े होते हैं, वे सामंजस्य बैठाने वाले हिस्सों से सीधे जुड़े होते हैं।
एक शोध के अनुसार स्मेल टेस्टिंग के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के ब्रेन का स्कैन करने पर पाया गया कि उनमें भावनाओं को प्रोसेस करने वाला मस्तिष्क का हिस्सा इंसुला अधिक बड़ा था।
ऐसे ही गंध से जुड़ा शरीर का तंत्र जिसे ऑलफैक्टरी सिस्टम कहते हैं, एकमात्र सेंसरी सिस्टम है जो सीधे मेमोरी सेंटर और आपके मस्तिष्क के भावनात्मक केंद्रों तक पहुंचता है।
सूंघने की क्षमता को ऐसे करें टेस्ट
- चार तेज गंध वाले उत्पादों को अलग-अलग कप में डालकर टेबल पर रख लें।
- आप स्मेल टेस्ट के लिए साबुन, शहद, कॉफी और डिटर्जेंट जैसे उत्पाद ले सकते हैं।
- अब आंखों पर पट्टी बांध लें। इसके बाद किसी सहयोगी से कहें कि वह एक-एक करके कप आपको सूंघने के लिए दे ।
- अगर आप केवल गंध महसूस कर पाएं, लेकिन वस्तु को पहचान न पाएं तो खुद को एक अंक दें। यदि आप उत्पाद को पहचान लें तो खुद को दो अंक दें।
- यदि आपको सात से कम अंक मिलते हैं तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी सूंघने की क्षमता कम है। हालांकि कुछ मामलों में यह वायरल संक्रमण के बाद भी घट सकती है।
- परंतु यदि सूंघने की क्षमता लगातार कम बनी रहे तो विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।
इस क्षमता को ऐसे बेहतर
- घर पर उपलब्ध तेज गंध वाली चार घरेलू वस्तुओं को चुनें जैसे कि मसाला या टूथपेस्ट।
- प्रत्येक को सुबह और शाम कम से कम 30 सेकंड के लिए सूंघें। इससे ज्यादा समय तक सूंघ सकते हैं तो और बेहतर।
- कुछ और चैलेंजिंग करना चाहते हैं तो बाजार में गंध की ट्रेनिंग के लिए करें मिलने वाली सोमेलियर ट्रेनिंग किट का उपयोग भी कर सकते हैं। हालांकि आस-पास उपलब्ध सुगंधों से क्षमता बढ़ाना ज्यादा बेहतर है।
- इसके अलावा रात में सुगंध फैलाने वाली मशीनों का उपयोग भी कर सकते हैं। कुछ शोधों में पता चला है कि इससे मस्तिष्क की सामंजस्य बैठाने की क्षमता में वृद्धि होती है।
सूंघने की क्षमता बढ़ने का फायदा
सूंघने की क्षमता का बेहतर होना हमें वातावरण के प्रति अधिक जीवंत बनाता है। 2021 के एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि डिमेंशिया रोगियों में स्मेल प्रशिक्षण ने न केवल अवसाद को सुधारा बल्कि उन्हें शब्दों को तेजी से याद रखने में भी मदद की।
ऐसे ही अवसाद से ग्रसित बुजुगों ने जब कई महीनों तक अपनी नाक को प्रशिक्षित किया तो उनके लक्षणों में कमी देखी गई।
Also Read –